क्रिकेटर शमी की बेटी ने खेली रंगों की होली तो मौलाना हो गए खफा
क्योंकि, अगर कोई शरीयत को जानते हुए भी होली खेलता है, तो वह गुनाह है.’’
बरेली (उप्र), : भारत में त्यौहार हमेशा से ही सौहार्द और एकता के प्रतीक रहे है। लेकिन इस बार का रंगो का त्यौहार कई रूप में बदरंग हो गया। मुस्लिम भाइयों के रोजे चल रहे है, जिसकी वजह से नमाज का समय भी बदला गया। हिन्दू -मुस्लिम के बीच में कुछ अराजक तत्वों ने खाई पैदा करने की सोची लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाए। अब एक नया विवाद सामने आया है।
रमजान में मैच के दौरान भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी मोहम्मद शमी के ‘एनर्जी ड्रिंक’ पीने पर विवादास्पद बयान देने वाले स्वयंभू धर्मगुरु एवं ‘ऑल इंडिया मुस्लिम जमात’ के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने अब शमी की बेटी के होली खेलने पर आपत्ति जताते हुए इसे ‘‘शरीयत के खिलाफ’’ करार दिया है. रजवी ने शनिवार देर शाम जारी एक वीडियो में कहा कि शमी की बेटी आयरा का होली खेलना शरीयत के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि वह छोटी बच्ची है, अगर वह बिना समझे होली खेलती है तो कोई बात नहीं, लेकिन अगर वह समझदार है और फिर भी होली खेलती है तो इसे शरीयत के खिलाफ माना जाएगा.
रजवी ने यह भी कहा कि उन्होंने शमी को पहले भी नसीहत दी थी, लेकिन उसके बावजूद उनकी बेटी का होली खेलने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने शमी समेत सभी परिजनों से अपील की है कि जो भी शरीयत में नहीं है, उसे अपने बच्चों को न करने दें. होली हिंदुओं का बहुत बड़ा त्योहार है. लेकिन, मुसलमानों को होली खेलने से बचना चाहिए. क्योंकि, अगर कोई शरीयत को जानते हुए भी होली खेलता है, तो वह गुनाह है.’’
रजवी ने इससे पहले छह मार्च को चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीने को लेकर शमी पर निशाना साधा था और उन्हें रोजा नहीं रहने पर गुनहगार और शरीयत की नजर में ‘‘मुजरिम’’ करार दिया था. उन्होंने कहा था, ‘‘क्रिकेट खेलना बुरा नहीं है, लेकिन मोहम्मद शमी को अपनी धार्मिक जिम्मेदारियों को पूरा करना चाहिए. मैं शमी को सलाह देता हूं कि वह शरीयत के नियमों का पालन करें और अपने धर्म के प्रति जिम्मेदार रहें.’’