सफेद या काला धुआं? वेटिकन की रहस्यमयी कॉन्क्लेव में तय होगा नया पोप
सफेद या काला धुआं? वेटिकन की रहस्यमयी कॉन्क्लेव में तय होगा नया पोप
सीक्रेट मीटिंग में 135 कार्डिनल चुनेंगे 267वें पोप, सिस्टिन चैपल में दुनिया के सबसे गुप्त चुनाव की शुरुआत
पोप फ्रांसिस के निधन के बाद अब वेटिकन में नया पोप चुनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 7 मई से वेटिकन सिटी के सिस्टिन चैपल में वह ऐतिहासिक और रहस्यमयी ‘पोपल कॉन्क्लेव’ शुरू हुआ है, जिसे दुनिया का सबसे गोपनीय चुनाव माना जाता है। इस चुनाव में 135 कैथोलिक कार्डिनल एक बंद कमरे में बैठकर 1.4 बिलियन कैथोलिकों के आध्यात्मिक गुरु, 267वें पोप का चयन करेंगे।
कॉन्क्लेव शब्द लैटिन भाषा के “कॉन क्लैविस” से आया है, जिसका अर्थ है—चाबी के साथ बंद कमरा। यह परंपरा सैकड़ों साल पुरानी है, जहां कार्डिनल तब तक बाहर नहीं निकल सकते जब तक नया पोप चुन नहीं लिया जाता।
मतदान के हर दौर के बाद एक विशेष भट्टी में मतपत्र जलाए जाते हैं। अगर नया पोप नहीं चुना जाता तो काला धुआं निकलता है, लेकिन जैसे ही कार्डिनल किसी एक नाम पर सहमत हो जाते हैं, तो सफेद धुआं निकलता है, जो पूरे विश्व को संकेत देता है कि अब नया पोप मिल गया है।
पहले दिन सुबह 10 बजे सेंट पीटर बेसिलिका में पवित्र प्रार्थना ‘प्रो एलिगेंडो पोंटिफिस’ के साथ कॉन्क्लेव की शुरुआत हुई। दोपहर में सभी कार्डिनल सिस्टिन चैपल में प्रवेश कर गए। इस प्रक्रिया के दौरान उन्होंने बाइबिल पर शपथ ली है कि वे वोटिंग की कोई भी जानकारी जीवनभर गुप्त रखेंगे।
अब पूरी दुनिया की निगाहें वेटिकन की उस चिमनी पर हैं, जहां से सफेद धुएं का उठना ही एक नया युग शुरू होने का संकेत होगा।













