NATO बैठक से पहले ट्रंप का बड़ा दांव, यूरोपीय देशों से मांगा 5% रक्षा खर्च
NATO बैठक से पहले ट्रंप का बड़ा दांव, यूरोपीय देशों से मांगा 5% रक्षा खर्च
तुर्की में होने वाली विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले ट्रंप प्रशासन ने सहयोगी देशों पर डाला दबाव, कहा- बढ़ते खतरे के लिए चाहिए ज्यादा निवेश
नाटो की आगामी विदेश मंत्रियों की बैठक से ठीक पहले अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय देशों और कनाडा पर रक्षा खर्च में भारी वृद्धि का दबाव बना दिया है। तुर्की के अंताल्या में होने वाली इस अहम बैठक के पहले, नाटो में अमेरिका के राजदूत मैथ्यू व्हिटेकर ने पुष्टि की कि वाशिंगटन अब सदस्य देशों से जीडीपी का 5 प्रतिशत रक्षा खर्च की मांग कर रहा है।
व्हिटेकर ने इसे वैश्विक खतरों के मद्देनजर “सुरक्षा के लिए अनिवार्य” बताया और कहा कि इस बार की बैठक सामान्य से अलग और निर्णायक होने जा रही है। अभी तक केवल 22 नाटो सदस्य 2 प्रतिशत रक्षा खर्च के लक्ष्य को पूरा कर पाए हैं, जो रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते पहले से लागू है।
व्हिटेकर की इस नई मांग का मतलब होगा कि यूरोपीय देशों और कनाडा को अब दोगुने से भी अधिक सैन्य बजट का प्रावधान करना होगा, जो उनके लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट खतरों की सूची नहीं दी, लेकिन रूस को लेकर चिंता पहले से ही प्रमुख है।
वहीं, नाटो महासचिव मार्क रूटे ने फिलहाल इस नए लक्ष्य को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। डच प्रधानमंत्री डिक शूफ ने जीडीपी के 3.5 प्रतिशत सैन्य खर्च और 1.5 प्रतिशत साइबर व इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च का प्रस्ताव जरूर रखा है, जिसे 2032 तक हासिल करने का लक्ष्य बताया गया है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि अंताल्या बैठक में सदस्य देश इस दबाव के आगे कैसे प्रतिक्रिया देते हैं।













