85 करोड़ के ‘आतंकी’ से ट्रंप की मुलाकात! सऊदी अरब के इशारे पर झुक गया अमेरिका?
85 करोड़ के ‘आतंकी’ से ट्रंप की मुलाकात! सऊदी अरब के इशारे पर झुक गया अमेरिका?
सीरिया पर से प्रतिबंध हटाने का ऐलान, अलकायदा से जुड़े अल-शरा से ट्रंप की ‘दोस्ती’, मिडिल ईस्ट में बड़ा भूचाल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। इस बार वजह है उनका सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल-शरा से मुलाकात करना—जिसे अमेरिका ने कभी अलकायदा का लड़ाका और मोस्ट वांटेड आतंकी करार दिया था। उस पर अमेरिकी सरकार ने 1 करोड़ डॉलर (लगभग 85.5 करोड़ रुपये) का इनाम भी घोषित किया था।
दो तस्वीरें आज चर्चा में हैं। पहली—जहां ट्रंप, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ उनके महल में ठाठ से चलते नज़र आते हैं। दूसरी—जहां वही ट्रंप कभी वांछित रहे अल-शरा के साथ गर्मजोशी से हाथ मिलाते दिखते हैं। कहा जा रहा है कि इस मुलाकात के पीछे सऊदी अरब की कूटनीतिक चाल है, जिसने अमेरिका को न सिर्फ झुकाया बल्कि मिडिल ईस्ट की राजनीति को हिला कर रख दिया।
अहमद अल-शरा, जिन्होंने सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद का तख्तापलट किया, अब देश के सर्वोच्च पद पर काबिज़ हैं। सऊदी और तुर्की दोनों ने उन्हें मान्यता दी है। तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान भी इस मीटिंग में वर्चुअली शामिल थे।
ट्रंप ने अब सीरिया पर लगे सभी अमेरिकी प्रतिबंध हटाने की घोषणा कर दी है। उनके इस ऐलान के बाद सीरिया की सड़कों पर जश्न और आतिशबाजी देखने को मिली। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि अब देश में विदेशी निवेश आएगा और अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर लौटेगी।
इस मुलाकात को मिडिल ईस्ट में एक नए समीकरण की शुरुआत माना जा रहा है—जहां अमेरिका, पैसे और रणनीति के लिए पुराने दुश्मनों को भी गले लगाने से परहेज नहीं कर रहा। सवाल यही है: क्या वाकई अमेरिका अब सिद्धांतों से ज़्यादा सौदों की राजनीति पर उतर आया है?













